शराबियों के बीच रह कर शराब ना पी
ज़िंदा रहा मगर ज़िन्दगी ना जी
ऐसा मुकाम नहीं कोई जो हासिल ना किया
दौलत खूब कमाई मगर खर्च ना की
पहले प्यार ने प्यार का मतलब समझाया
आँसू बहुत पिलाये मगर प्यास कम ना की
दर्द को लबों में दबा चुप्पी बना लिया
चीखा बहुत मगर आवाज़ ना की
दुनिया में भेजने वाले ने मंज़िल का पता ना बताया
सिखाया बहुत मगर भटक जाने की सज़ा कम ना की
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